" Religion is the opium of the people " "Die Religion ... ist das Opium des Volkes" -Karl Marx Author : Abhishek Mishra ; Lucknow 14 Aug 2019 Follow on : Facebook | Twitter | Linkedin | What's app काफी दिनों से कुछ भी लिखने का मन नही हो रहा ....खासकर निरर्थक राजनीतिक विषयों पर तो बिल्कुल भी नही.....सामाजिकता इत्यादि पर कभी कुछ ख्यालात मन में आया भी तो अभिव्यक्ति से खासा परहेज बरतने की कोशीश रहती है। कई बार मन में आया कि कहीं इससे मेरी रचनात्मक का ह्रास तो नही हो रहा..........इसी जद्दोजहद में सुबह से कोई सटीक विषय ढूंढ रहा था, आखिरकार निशा ढलते ही एक मसला मिल ही गया.... पड़ोस की बिल्डिंग में गणेश पूजन के उपलक्ष्य में कीर्तन -महिला संगीत का कार्यक्रम था सो आज दो चार घण्टे की अध्ययन साधना बाधित होना स्वाभाविक ही था, यहां तक तो उन सब का मौलिक अधिकार था अपने धर्म को मानने एवं धार्मिक कर्मकांड-प्रथाओं को अमल करने का ...... परन्त...
"भेष देख मत भूलिये,बूझि लीजिये ज्ञान, बिन कसौटी होत नहीं,कंचन की पहिचान" एक स्वघोषित लेखक, विचारक एवं विश्लेषक के तौर पर संवैधानिक दायरे में रहकर अपनी स्वतंत्र-स्वच्छन्द लेखनी से आपकी सेवा में हाजिर हूँ। मेरे बारे में अधिक जानकारी के लिए परिचय(पृष्ठ) जरूर पढें... आपका स्नेहाकांक्षी! अभिषेक मिश्र "सत्य" 9918233378