सेना से कश्मीरियों का दुर्व्यवहार : एक चुनौती उस 56 इंची सीने को........... || misbehaviour with Indian armed forces in kashmir ||
सेना से कश्मीरियों का दुर्व्यवहार : एक चुनौती उस 56 इंची सीने को जिसको जनता ने शायद कश्मीर समस्या से निपटने के वादे पर ही इतना बड़ा जन समर्थन दिया था।
Author : Abhishek Mishra ; 16 April 2017 Lucknow
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Modi ji with nawaaz shareef |
दोस्तों आज हमारे देश की सबसे बड़ी समस्याओं में है कश्मीर में सेना के साथ हो रहा दुर्व्यवहार और कुल भूषण जिसे सिर्फ भारतीय हीने के लिए बहुत कुछ झेलना पड़ रहा है,
इन समस्याओं जिम्मेदार कोई और नही बल्कि सिर्फ और सिर्फ हमारा एक पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान है ।
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Modi's Silence on Kashmir |
ये समस्याएं प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कही न कही ये एक चुनौती हैं हमारे उस माननीय जी के आत्माभिमान और भारत के स्वाभिमान को जो सर्जिकल स्ट्राइक और नोट बन्दी जैसे फैसले लेकर यह सिद्ध करने पर आमादा हो गये थे की आप लोग अहसास करिये की दिल्ली के सिंहासन पर कोई
56 इंची सीने वाला पुरुष पहली बार बैठा है जो हर निर्णय लेने में समर्थ है । महाशय स्वागत है आपके
56 इंची सीने के दावे का पर कश्मीर में हो रहे सेना के साथ दुर्व्यहार और कुल भूषण के मसले पर आपकी खामोशी सन्देह पैदा कर रही है ।
और इतना कुछ होने पर भी आपकी शांति पूर्ण बातचीत से बात को सुलझाने पर और मनाने पर एक लाइन दिमाग में गूंजती रहती है कि -
काहे खामोशी कर बैठे हो कश्मीरी नादनो से।
पीपल हो छाया मांग रहे हो कीकर के बागानों से ।।
इन मसलों पर आपकी प्रतिक्रिया सिर्फ आपके सरकार की प्रतिक्रिया नही है बल्कि परीक्षा है उन
125 करोड़ भारतीय लोगों के आत्माभिमान की जिनके आप नुमाइंदे है और उन्होंने आपको ये जिम्मेदारी सौंपने में शायद कोई कमी भी नही छोड़ी है ।
यदि हमारी मौजूद सरकार इन मामलो पर अपनी कठोर प्रतिक्रिया लेने में असमर्थ नज़र आती है तो कही न कही ये आपकी उस
56 इंची दावे पर और पड़ोसी मुल्क के साथ उन मैत्रीपूर्ण संबंधो पर सवाल खड़ा कर देती है जब आप
125 करोड़ भारतीयों के नुमाइंदे होकर भी महज
22 या 22 करोड़ आबादी वाले राष्ट्र अध्यक्ष के बिना किसी औपचारिक निमंत्रण पर पहुँचकर इसे अपने मित्रवत संबंधों के मिशाल के तौर पर काबिज करने लगते हैं।
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Modi ji in Pakistan |
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Modi ji with nawaz shareef |
दोस्तों हमारे लिए क़ुरबानी को तैयार अपने सैनिकों के लिए आज हम सब को ऐसी चीज़ों के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है जब रोज अखबार ऐसी खबरों से पटे मिलें की कश्मीर में सेना पर पथरबाजी और चुनाव में गये सैनिक और अर्द्धसैनिक बल के जवानों से दुर्व्यवहार तो शायद ही ऐसे कुछ भारतीय होंगे जिनके लहू उफान पर न आते हों । क्योंकि आप किसी दल की विशेष के हो सकते हैं परंतु सरकार पूरे भारत की है और इस मुल्क की है और सीमा पर हमारी सुरक्षा के लिए गोली खाने और मरने के लिए सर पर कफ़न बांध कर
खड़े लोग किसी दल के या सरकार के नही बल्कि हमारे भारत के सपूत हैं ।
तो आखिर क्यूँ खामोश हैं हम और हमारी सरकार सेना के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर
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Sena par kashmir mein pathrav krte log |
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Pothole on Indian army in kashmir |
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our army facing misbehaviour from kashmiri's |
क्यूँ जकड़ रखा है हमारी सेना को कानून के बन्धनों में की देश की रक्षा के लिए जान देने वाले बहादुर अपने ही जान की रक्षा को विवश होकर आपसे उमीदें लगाये बैठे हैं ! क्यूँ नही खोली जाती उनके हाथो की कानूनी जंजीरें............
याद रखिये दोस्तों कि ये सरकार के चेहरे सिर्फ कुछ दिनों की मेहमान हैं और ये सिर्फ और सिर्फ हमारे सैनिक हैं जो हमेशा हमारे लिए मरने को सबसे आगे खड़े होंगे ताकि हम अपने घरों में महफूज हो कर सो सके ।
इसी के साथ उस
56 इंची सीने के सरकार से अपील है कि ऐसे मसलो पर ख़ामोशी साध कर कम से कम हमारे भारतीय सैनिकों के हौसले को कम न करें और न ही देश में ऐसे हालात पैदा करें की एक परिवार और एक माँ आपने बेटे को सेना में भेजने से डरे ।
क्यूँकी जनाब सीमा की हिफाजत करने आपको नही जाना है वहाँ पर गर्म तोप की दहानो पर भी जो सीना तन कर खड़ा होगा वो सिर्फ और सिर्फ हमारे इन भारतीय सैनिकों का होगा न की आपका 56 इंची सीना।
दोस्तों सच्चाई है कि---------
गरम दाहनों की तोपो पर जिनके सीने अड़ जाते हैं।
उनकी गाथा लिखने में नभ भी छोटे पड़ जाते हैं।
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kuch is kadar bhakto dwara surgical strike ka mahima mandan
भक्तों द्वारा कुछ इस कदर महिमा मंडान
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सर्जिकल स्ट्राइक पर इस कदर महिमा मंडन करने वाले महानभावों थोड़ा सेना के सम्मान में और उनसे हो रहे दुर्व्यवहार पर सरकार के कानों में अपने सवाल तो फूंको।
अंत में आप सभी से बस एक गुजारिश करना चाहते है जब बात हमारे देश और सेना की हो और हमारे लिए जान देने को तैयार बहादुर सैनिकों का सम्मान खतरे में हो तो कृपया इस पर राजनीति करने से अच्छा है कि आप अपने लिए और अपने मुल्क के लिए कम से कम सरकार से चिल्लाइये और सरकार को कठोर फैसले लेने पर मजबूर करने के लिए हर संभव प्रयत्न कीजिये ताकि हमारे सैनिको को ये महसूस हो की हाँ मेरा परिवार जिसके हिफाज़त में हम खड़े है वो भी हमे हर खरोच से बचाने के लिए अपने आप को आगे करने को तैयार है ।
आपका ये हौसला हमारे सैनिको को आत्मबल प्रदान करेगा ऐसे हर अराजक तत्वों से सीना तान कर लड़ने में और आपकी ये समर्थन उन्हें उन बर्फीले पहाड़ो पर भी गर्मी देगा आपके सम्मान और हौसले का।
..........................!!धन्यवाद!!........................
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लेखक
ABHISHEK KUMAR MISHRA
LL.B HONS. (P.)
UNIVERSITY OF LUCKNOW
Gen. Secratary SATYA LEGAL UPDATES
प्रदेश संगठन मंत्री
डॉ कलाम शिक्षा एवं सेवा संस्थान उत्तर प्रदेश
Mob. +91-9918233378
Email- 1. aksatya10081996@gmail.com
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